सोमवार, 30 दिसंबर 2019

प्रधानमंत्री आवास सूची निरस्त करने कांग्रेस विधायक राहुल सिंह की टीप

सीएमओ ने सूची की निरस्त,नपा की बैठक में जमकर हुआ हंगामा

भारतीय जनता पार्टी ने सौंपा ज्ञापन,विधायक पर लगाये गंभीर आरोप

                                                                        ( डा.एल.एन.वैष्णव)
दमोह 30 दिसम्बर( प्रधान मंत्री आवास की सूची को निरस्त करने के टीप के मामले में राजनीति गर्माने लगी है तो वहीं संबधितों की बचाव की मुद्रा में आने के संकेत भी मिलने लगे है। विधानसभा क्रमांक 55 दमोह के विधायक राहुल सिंह द्वारा प्रधानमंत्री आवास की दमोह नगर के एक वार्ड की सूची को निरस्त करने की टीप और वह भी पदनाम सील हस्ताक्षर से जारी करने के मामले को लेकर नगर पालिका परिषद दमोह की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार चर्चित मुख्य नगर पालिका अधिकारी कपिल खरे ने भी तत्काल कार्यवाही करते हुये विधायक के आदेश का पालन कर दिया था। मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने एक ज्ञापन कलेक्टर दमोह को सौंपते हुये कार्यवाही की मांग की है। ज्ञात हो कि मांगज वार्ड में निवासरत प्रधानमंत्री आवास की सूची के हितग्राहियों के नामों की सूची को निरस्त करने का मामला उस समय सामने आया जब पार्षद प्रतिनिधि अमित त्यागी ने नपा कार्यालय में जाकर यह पता लगाने का प्रयास कर रहे थे कि आखिर हितग्राहियों को राशि प्राप्त क्यों नहीं हो रही है। उसी समय उनकी नजर उस सूची पर पड गयी जिसमें दमोह विधायक राहुल सिंह के द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सूची निरस्त करने के लिये लिखा गया था जिसमें हस्ताक्षर पद नाम की सील भी लगी हुई थी। मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा होल्ड एवं निरस्त सूची में दर्ज हितग्राहियों के आगे दर्ज कराने के बाद मामले अधिक तूल पकडना प्रारंभ कर दिया। सीएमओ कपिल खरे ने इस बात को स्वीकारते हुये कहा कि विधायक के कहने पर सूची को निरस्त किया गया है। वहीं पार्षद प्रतिनिधि अमित त्यागी का कहना है कि दुषित मानसिकता के चलते विधायक राहुल सिंह कार्य कर रहे हैं। हालांकि मामले में विधायक राहुल सिंह बचाव की मुद्रा में है वह कहते है कि मैने 21 सौ नामों को जोडने के लिये कहा था निरस्त करने के लिये नहीं। 

भाजपा ने सौंपा ज्ञापन,कार्यवाही की मांग विधायक की निंदा-

भारतीय जनता पार्टी  नगर द्वारा एक ज्ञापन एसडीएम महोदय को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें बताया गया प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत जो मागंज वार्ड 1 की लिस्ट एसडीएम महोदय के द्वारा निरीक्षण करके पूर्ण की गई थी और गरीबों को आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए निर्देशित किया गया था उसी लिस्ट को दमोह विधायक द्वारा अपनी अनुशंसा करके मुख्य नगरपालिका अधिकारी को कहा गया कि आप इस लिस्ट को निरस्त कर दीजिए लेकिन यह विधायक के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता जब इसकी जानकारी पार्षद प्रतिनिधि अमित त्यागी को लगी तो उन्होंने तत्काल ही सीएमओ से इस मामले की जांच कराने के लिए कहा लेकिन सीएमओ द्वारा उन्हें उचित उत्तर नहीं। दिया गया तो उन्होंने सभी पार्षदों के साथ एसडीएम महोदय को ज्ञापन सौंपा। 

किसने क्या कहा-

दीनदयाल मंडल अध्यक्ष संतोष रोहित ने कहा कि  माँगज 1 के उन गरीब परिवारों को जो पूरी बरसात और ठंड से इस इंतजार में कर रहे थे। कि मोदी जी के द्वारा आवास योजना की किस्तों से वो अपने पक्के मकान का सपना पूरा हो सकेंगा, परंतु दमोह विधायक के द्वारा पक्षतापूर्ण कार्यवाही करने से उनको आघात पहुँचा है जनप्रतिनिधि को अपने क्षेत्र की जनता समान होती है। दयमंती मंडल अध्यक्ष मनीष तिवारी ने कहा कि दमोह के इतिहास में दमोह को पहली बार ऐसा जनप्रतिनिधि मिला है जो गरीब और असहाय लोगों के कामो को रोककर उन्हें प्रताड़ित करने का काम कर रहा है। युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रमोद विश्वकर्मा- में कहा कि दमोह विधायक  से जब भी ऐसी गलती होती है वो कह देते है कि ये उनके हस्ताक्षर सील और लैटरपेड़ नही है इसके पहले भी अपने लेटर पर आदिम जाति विभाग में अपने कार्यकर्ताओं को नियमविरुद्ध तरीके से काम दिलाने के लिए दबाब बना चुके है। अगर ये उनकी अनुशंषा नही है तो वो पुलिस के जाकर पित कराए नही तो झूठ बोलना बंद करें। इस अवसर पर बडी संख्या में भाजपा समर्थित पार्षद,प्रतिनिधि एवं भाजपा के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।



सोमवार, 23 दिसंबर 2019

नागरिकता छीनने के लिए नहीं अपितु देने के लिए बना कानून -प्रहलाद  पटेल

* भारत के किसी भी मुसलमान को डरने की आवश्यकता नहीं* पत्रकार वार्ता में भारत सरकार का मंत्री पहलाद पटेल ने रखा पक्ष

  दमोह 23 दिसंबर / नागरिकता संशोधन अधिनियम संसद के दोनों सदनों से पास हुआ है और यह किसी की नागरिकता को छीनने के लिए नहीं अपितु नागरिकता देने के लिए बना हुआ कानून है यह बात दमोह संसदीय क्षेत्र के सांसद तथा भारत सरकार के केंद्रीय पर्यटन संस्कृति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने स्थानीय पत्रकारों से एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि संसद में बहस करने की जगह पर सड़कों पर आकर लोगों को बरगलाने और दंगा कराने का कार्य कुछ विपक्षी नेताओं ने और उनके सहयोगियों ने किया है जो निंदनीय है और इसके लिए कठोर से कठोर दंड दिया जाना चाहिए। विरोध करने का अपना तरीका होना चाहिए परंतु ऐसी संपत्ति  जो निजी और शासकीय है उस को नुकसान पहुंचाना तथा लोगों के साथ मारपीट कर दोनों निंदनीय है । उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 में  जब देश आजाद होने के साथ धार्मिक आधार पर बंटवारा हुआ और पाकिस्तान बना उस समय महात्मा गांधी और मौलाना आजाद ने इस बात पर चिंता जताई थी कि यहां से जाने वाले अल्पसंख्यक वहां पर सुरक्षित नहीं रह सकते तथा बहुत जल्दी ही वापस आ सकते हैं इसलिए भारत सरकार को उनके वापस लौटने पर भारत की नागरिकता देने के लिए तैयार रहना चाहिए। वहीं दूसरी ओर भारत सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी वर्ष 2003 में इस बात को लेकर गंभीर चिंता जताई थी और पाकिस्तान बांग्लादेश अफगानिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों की घटती संख्या और प्रताड़ना को लेकर वक्तव्य भी दिया था। प्रहलाद पटेल ने कहा कि भारत में रहने वाले किसी भी मुसलमान भाई को डरने की जरूरत नहीं है यह नागरिकता छीनने वाला कानून नहीं है अपितु नागरिकता देने वाला कानून है एनआरसी हमने लागू नहीं किया भारत के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर इसको आसाम में लागू किया गया था। उन्होंने प्रेस के माध्यम से भारत के सभी मुसलमानों से प्रश्न करते हुए कहा कि आपको किसने और कब यह कह दिया कि आपकी देशभक्ति और नागरिकता पर प्रश्न चिन्ह लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाली प्रत्येक नागरिक का पंजीयन होना आवश्यक है आप किसी भी इस्लामिक देश में जा कर देख ले बिना वीजा पासपोर्ट या पंजीयन की आप वहां पर निवास नहीं कर सकते तो फिर भारत में यह कैसे संभव हो सकता है हमारा उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। तथाकथित लोगों ने बरगलाने और बिना सर पैर की बात को लेकर देश में अराजकता का माहौल पैदा करने का प्रयास किया है । उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुले तौर पर पूरी बात कोई स्पष्ट कर दिया है आप किसी भी प्रकार की शक की गुंजाइश नहीं रह जाती। श्री पटेल ने कहा कि संसद में जब दोनों सदनों में बहस हो रही थी तो भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने खुलेआम दिया है यह चुनौती दी थी जिसको भी किसी भी प्रकार के प्रश्न करना हो शंका हो हम प्रत्येक प्रश्न के उत्तर देने के लिए तैयार हैं। संसद में राज्यसभा में बहस से भागने के बाद सड़कों पर उतरकर दंगा करना और करवाने में जो कुछ भी हुआ वह निंदनीय है कठोर से कठोर तम कार्रवाई इस पर होनी चाहिए और होकर रहेगी।

भारत के मुसलमानो के विरोध मे नहीं बिल नागरिकता छीनने नहीं देने वाला कानू...

शनिवार, 14 दिसंबर 2019

न तुम जीते न हम हारे नेशनल लोक अदालत में निपटे प्रकरण

424 प्रकरणों का निपटारा, 21 परिवारों का मिलन

 दमोह14 दिसम्बर / नेशनल लोक अदालत के आयोजन में जिले के न्यायालय में चल रहे 424 प्रकरणों का निराकरण हुआ तो वहीं दूसरी ओर 21 परिवारों का मिलन भी हो गया। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा दिये गये निर्देशों के तहत परस्पर समझौते के आधार पर आमजन को त्वरित एवं सुलभ न्याय दिये जाने के उद्देश्य से नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय दमोह में किया गया था। जिला न्यायालय दमोह में नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश,अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शंभू सिंह रघुवंशी द्वारा गांधीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। विदित हो कि नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित दाण्डिक, सिविल, मोटर दुर्घटना, कुटुम्ब न्यायालय, चैक बाउंस, विद्युत, के प्रकरणों के साथ-साथ बैंकों, विद्युत, बी.एस.एन.एल. एवं नगर पालिका के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों को रखा गया था। जिनके निराकरण हेतु संपूर्ण जिलों में 21 खण्डपीठों का गठन किया गया था। प्रत्येक खण्डपीठ में 1 पीठासीन अधिकारी एवं 2 सदस्यों (सुलहकर्ता) की नियुक्ति गई थी।

निपटे 424 प्रकरण,हुआ समझोता-

उक्त नेशनल लोक अदालत न्यायालय में लंबित प्रकरणों में से मोटर दुर्घटना दावा के 66 प्रकरणों में 58 लाख 02 हजार की राशि, चैक बाउसं के 64 प्रकरणों में 56 लाख 14 हजार 103 रूपये की राशि, विद्युत के 208 प्रकरणों में 10 लाख 08 हजार 750 रूपये की राशि के अवार्ड पारित किये गये। इसी प्रकार न्यायालयों में लंबित 424 प्रकरणों में दोनों पक्षों की सहमति से प्रकरण का निराकरण किया गया।इसी प्रकार विद्युत, बैंक , बी.एस.एन.एल. एवं नगर पालिका के कुल 235 प्रकरणों में  28 लाख 64 हजार 499 रूपये राशि की वसूली कर प्रकरण का अंतिम निराकरण राजीनामा के आधार किया गया। इस प्रकार न्यायालयों में लंबित कुल 424 व प्रिलिटिगेशन के कुल 235 प्रकरणों में पक्षकारों की सहमति एवं सुलह से राजीनामा हुआ।

21 परिवारों का मिलन,चेहरे पर आयी मुस्कान-

बिछड़े परिवार हुये एककुटुम्ब न्यायालय के समक्ष लंबित में से 21 पारिवारिक विवाद के प्रकरणों में बिछड़े परिवार पुनः एक साथ रहने के लिये सहमत हुये जिसमें से 2 विवाह विच्छेद हेतु प्रस्तुत प्रकरणों में पति-पत्नि को पीठासीन अधिकारी एवं सुलहकर्ता सदस्यों के द्वारा समझाईश दिये जाने के उपरांत दम्पत्तियों ने एक दूसरे को माला पहनाकर अपने प्रकरण में आपसी सहमति से राजीनामा किया तथा भविष्य में विवाद न करने का प्रण करते हुये  मुस्कुराकर न्यायालय से विदा हुये व विवाद का अंत किया ।

इनकी रही उपस्थिति-

कार्यक्रम में विशेष न्यायाधीश,ध्प्रभारी अधिकारी नेशनल लोक अदालत आरएस शर्मा, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय राजीव कुमार सिंह, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण माखनलाल झोड़, अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ पंकज खरे, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी प्रकाश डामोर, जिला न्यायालय के समस्त न्यायाधीशगण, प्रशिक्षु न्यायाधीशगण, प्रशासनिक अधिकारी, अधिवक्तागण, पक्षकारगण एवं न्यायालयीन कर्मचारीगण व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारी व कर्मचारी गण उपस्थित रहे।


लायनेस मैत्री क्लब का वार्षिक कार्यक्रम संपन्न ,योजना समीक्षा )

शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

नेशनल लोक अदालत आज आयोजन 

21 खण्डपीठे करेंगी प्रकरणों का निपटारा

दमोह/ 13 दिसम्बर /राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा दिये गये निर्देशों के तहत प्रिंसिपल जिला न्यायाधीशध्अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शंभू सिंह रघुवंशी के मार्गदर्शन में आज 14 दिसम्बर को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जावेगा। स्थानीय जिला न्यायालय के विशाल परिसर में आयोजित होने जा रही नेशनल लोक अदालत में जिन मामलों की सुनवाई होगी उसके संबध में संबधित विभाग के अनुसार जिसमें न्यायालयों में लंबित राजीनामा योग्य दांडिक, सिविल, चैक वाउंस, मोटर दुर्घटना दावा, वैवाहिक, विद्युत प्रकरण के साथ-साथ बैंक, विद्युत एवं नगर पालिका के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का आपसी सहमति एवं राजीनामा के आधार पर निराकरण किये जायेंगे।प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश श्री रघुवंशी द्वारा दिये निर्देशानुसार जिला न्यायालय दमोह, तहसील न्यायालय हटा, पथरिया एवं तेंदूखेडा में प्रकरणों के निराकरण हेतु 21 खण्ड पीठों का गठन किया गया है। जिसमें न्यायिक अधिकारी को पीठासीन अधिकारी एवं दो अधिवक्तागण को सुलहकर्ता सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। नेशनल लोक अदालत में विद्युत के न्यायालयों में लंबित एवं प्रीटिलिगेशन प्रकरणों का  अधिक से अधिक संख्या में निराकरण हो सकें इसके लिये विद्युत कम्पनी द्वारा छूट प्रदान किये जाने के आदेश जारी किये गये है, जिसके अनुसार न्यायालय में लंबित प्रकरणों में विद्युत कम्पनी द्वारा आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 25 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर निर्धारण आदेश जारी होने की तिथि से 30 दिवस की अवधि समाप्त होने के पश्चात् प्रत्येक छःमाही चक्रवृद्धि दर अनुसार 16 प्रतिशत की दर से लगने वाले ब्याज की राशि में 100 प्रतिशत की छूट दी जावेगी। ऐसे प्रकरण जो न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किये गये हैं (प्रिलिटिगेशन) में कम्पनी द्वारा आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 40 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर जारी होने की तिथि 30 दिवस के पश्चात् प्रत्येक छःमाही 16 प्रतिशत लगने वाले चक्रवृद्धि ब्याज की राशि पर 100 प्रतिशत छूट दी जावेगी। इसके अतिरिक्त नगरपालिका, बी.एस.एन.एल. तथा बैंक के प्रीलिटीगेशन प्रकरणों में भी निमयानुसार छूट प्रदान की जावेगी। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण माखनलाल झोड़ ने सभी पक्षकारों से विभागों द्वारा दी जा रही छूट का लाभ प्राप्त कर प्रकरण का निराकरण आज 14 दिसम्बर को आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालत के माध्यम से किये जाने की अपील की है।




गुरुवार, 12 दिसंबर 2019

यातायात थाना पहुंचा जेल के सामने
  *छोटे से कमरे से निकलकर पहुंचा विशाल परिसर में

 मोह /12 Des 2019/  यातायात थाना एक छोटे से कमरे से निकलकर अब एक विशाल परिसर में पहुंच चुका है शीघ्र ही इसकी औपचारिक घोषणा हो जाएगी और विधि अनुसार यहां से यातायात पुलिस कार्य करना प्रारंभ कर देगी। ज्ञात हो कि लगभग चार दशक से एक छोटे से कमरे में स्थानीय बस स्टैंड पर यातायात पुलिस का यह थारा संचालित हो रहा था  जिसने स्थान की कमी होने के बाद भी कार्यवाही में किसी प्रकार की कमी नहीं होने दी । तत्कालीन यातायात थाना प्रभारी सुश्री रीता सिंह के आग्रह पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार अग्रवाल ने इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी थी। और लंबे समय के अनेक उतार-चढ़ाव के पश्चात जिला जेल के सामने खंडहर में तब्दील हो रहे आर आई के बंगले में अब यह थाना संचालित होने के लिए तैयार है  । वर्तमान में थाना प्रभारी सूबेदार अविनाश साहू के विशेष प्रयास से पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार सिंह द्वारा लगातार सहयोग प्रदान कर सारी व्यवस्थाएं जुटाने में सहयोग प्रदान किया गया। विशाल परिसर और प्राकृतिक वातावरण में कर्मचारियों को अब दबाव में कार्य नहीं करना पड़ेगा साथ ही आम जनमानस के लिए भी सुविधाएं मिल सकेंगी।

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बुधवार, 13 नवंबर 2019

संकल्प, यात्रा पूरी प्रहलाद ने दिये स्वच्छता के साथ जन जागृति का संदेश

संकल्प, यात्रा पूरी प्रहलाद ने दिये स्वच्छता के साथ जन जागृति का संदेश

प्रधानमंत्री नमो के निर्देश पर पदयात्रा का लक्ष्य पूर्ण करने वाले दमोह सांसद

दमोह संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभाओं में 181 किलोमीटर की पदयात्रा

डा.लक्ष्मीनारायण वैष्णव

दमोह/ 14 /11/2019 / न सुरक्षा न विशेष सुविधा और न ही चेहरे पर किसी बडे पद का दायित्व होने का बोध पांव-पांव चल रहा था दे रहा था एकता,अखंडता,स्वच्छता के साथ राष्ट्रप्रेम का संदेश हाथ में राष्ट्रध्वज थामें लगातार बढ रहे थे कदम लक्ष्य की ओर वह भी समय सीमा में संकल्प को पूरा करने के लिये जी हां यह कोई कहानी नहीं अपितु सच्चाई है दमोह संसदीय क्षेत्र की जहां दमोह सांसद एवं केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने अपनी पदयात्रा को पूरा किया। ज्ञात हो कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 जयंती पर पूरे देश भर सांसदों को 150 किलोमीटर पदयात्रा करने के निर्देश एवं आव्हान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिये गये थे। तय समय सीमा में लक्ष्य और संकल्प के साथ प्रधानमंत्री नमो के निर्देशों का पालन करने वाले प्रहलाद सिंह पटेल सांसद बने हैं । जिसके चलते दमोह संसदीय क्षेत्र का नाम भी देश में गौरांवित हुआ है। 16 अगस्त को दमोह संसदीय क्षेत्र के देवरी विधानसभा से प्रारंभ हुई पद यात्रा का 31 अक्टूबर को दमोह विधान में समापन हुआ। दमोह संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभाओं में पदयात्राओं का अलग-अलग दिनांकों में पदयात्रायें निकाली गयी और 181 किलोमीटर की दूरी पांव-पांव चलकर केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने राष्ट्रभक्तों के साथ तय की। यनि देखा जाये तो निर्धारित लक्ष्य से 30 किलोमीटर अधिक को पैदल चलकर तय तो किया ही साथ में पूरे संसदीय क्षेत्र को भी इसमें सम्मिलित कर महात्मा गांधी का संदेश जनजन तक पहुंचाते हुये प्रधान मंत्री नमो के निर्देश का पालन समय सीमा में करने वाले सांसद बने। 

अखंडता,एकता के साथ गौरवगाथा से परिचय-

उक्त यात्रा के दौरान दमोह सांसद भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने जहां देश की अखंडता,एकता का संदेश दिया तो वहीं दूसरी ओर उन्होने क्षेत्र की गौरव गाथा यहां के वीर सपूतों इतिहास के बारे में जनसमूह को अपने उद्बोधन के दौरान परिचित कराया। ज्ञात हो कि दमोह क्षेत्र का भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने में एक अति महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 1842 का बुंदेला विद्रोह का केन्द्र बिन्दु यही क्षेत्र रहा है जिसने देश के दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिये पराजित किया यही वह आग है जो आगे जाकर 1857 की क्रांति में परिवर्तित हुई। इतिहासकारों की माने तो कोनी कटंगी की पहाडियों से लेकर मडियादौ के जंगलों तक क्रांति के स्थल का फैलाव था जिसमें भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने का संकल्प लेकर फिरंगियों के विरूद्ध विद्रोह का बिगुल फूंकने वाले क्षेत्र के शूरवीर अपना योगदान देते रहे हैं।

दमोह का गौरवशाली इतिहास-

जिले का इतिहास जहां अनगिनित शूरवीरों ने अपने प्राणों की आहुतियां भारत माता की आजादी का क्रम यानि 1842 के बुंदेला विद्रोह के समय से ही प्रारंभ हो गया था। वहीं 09 वीं 10 वीं शताब्दी की पाषण मूर्तियों के मिलने से इस बात का स्पष्ट प्रमाण मिलता है कि क्षेत्र का इतिहास कितना गौरवशाली और प्राचीन है। बात करें शूरवीरों की तो संसदीय क्षेत्र में अनेक रण वाकंुरों ने जन्म लिया अपनी मातृ भूमि के लिये प्राणों की आहुतियां दी हैं। जिसके अनेक उदाहरण मिल जायेंगे यहां तक कि दुध मुंहे बच्चे तक को मौत के घाट देश के दुश्मनों ने उतार दिया फिर भी क्रांतिकारियों ने अपनी मातृ भूमि का शीष झुकने नहीं दिया।

स्वच्छता,नशा मुक्ति का भी संदेश-

दमोह सांसद एवं भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने पदयात्रा के दौरान स्वच्छता का संदेश ही नहीं दिया अपितु उन्होने मार्ग में प्रतिदिन यात्रा के मध्य साफ-सफाई भी की उपस्थितों को एैसा करने की प्रेरणा दी। वहीं प्लास्टिक के प्रयोग से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से बतलाया साथ ही उन्होने मार्ग तथा क्षेत्र में साफ-सफाई कर पालिथिन,प्लास्टिक को एकत्रित किया। इस अवसर पर श्री पटेल ने मध्यप्रदेश सरकार से पालिथिन एवं प्लास्टिक को एकत्रित कर नष्ट करने के लिये प्रक्रिया एवं सहयोग करने का आग्रह भी किया। इसी क्रम में श्री पटेल ने क्षेत्र में अपने उद्बोधनों के दौरान नशा मुक्ति के लिये भी संकल्प दिलाये उन्होने नशा के प्रयोग से होने वाले नुकसान को विस्तार से बतलाया। उन्होने कहा कि युवा पीढी को अपनी उर्जा को राष्ट्र ,व्यक्ति,चरित्र निर्माण में लगाना चाहिये।

 कदमों ने नापी 181 कि.मी.दूरी-

दमोह सांसद एवं भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने पदयात्रा के दौरा पांव-पांव चलकर लगभग 181 किलोमीटर की दूरी पदयात्रा के दौरान तय की । ज्ञात हो कि भारत के प्रधानमंत्री नमो के आव्हान पर पूरे देश में सांसदों को अपने क्षेत्र में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर पदयात्रायें करने का आग्रह किया था जिसमें 150 किलोमीटर की दूरी 150 लोगों को लेकर तय करने कहा गया था । 16 अगस्त 2019 को दमोह संसदीय क्षेत्र के देवरी विधानसभा से श्री पटेल ने पदयात्रा का शुभारंभ किया। जो लगातार चार दिनों तक चली और 90 किलोमीटर की दूरी इस यात्रा में तय की गयी। प्रथम पद यात्रा देवरी,रहली और पथरिया विधानसभा क्षेत्र में निकाली गयी। 

कब और कहां-कहां पदयात्रा-

महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर आयोजित पदयात्रा का शुभारंभ दमोह सांसद एवं भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने दमोह संसदीय क्षेत्र के देवरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अनंतपुरा से किया। ज्ञात हो कि महात्मा गांधी ने स्वयं 01 नबम्बर 1933 को यहीं एक आमसभा की थी एवं रात्रि में विश्राम किया था। इसके बाद महात्मा गांधी पदयात्रा करते हुये ग्राम चांदपुर,छिरारी,बगारसपुर,गोपालपुरा,गुणा पहुंचे थे इनके साथ 142 राष्ट्रभक्तो ने स्वतंत्रता संग्राम के महान यज्ञ में सहभागिता की थी एवं अंनतपुरा से गुणा के मध्य 22 किलोमीटर की यह पदयात्रा थी। मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने इसी मार्ग को चुना और रात्रि विश्राम भी यहीं किया। दिनांक 17 अगस्त 2019 को रहली विधानसभा के ग्राम बलेह से प्रारंभ हुई मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के नेतृत्व में पदयात्रा ग्राम घाट पिपरिया,गुंजौरा,उदयपुरा,पटेरिया,गढाकोटा,खैजरा,दतपुरा,घोघरा होते हुये पथरिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बांसा कलां पहुंची और यहीं रात्रि विश्राम किया। तीसरे दिन 18 अगस्त को बांसाकलां से पदयात्रा फिर प्रारंभ हुई और पथरिया नगर,ग्राम बेलखेडी,नोरू तिराहा,मारा तिराहा,छापरी,सदगुंवा तिराहा,सेमरा तिराहा,जोरतला ग्राम खोजाखेडी पहुंची जिसकी दूरी लगभग 23 किलोमीटर थी। पदयात्रा का चैथा दिन 19 अगस्त पथरिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खोजाखेडी से प्रारंभ हुई जो ग्राम परसोरिया,पिपरिया तिराहा,तिदौनी तिराहा,ईमलाई तिराहा होते हुये दमोह दमोह नगर प्रवेश की और पलंदी चैराहा,बडा पुल,यशवंत चैक होते हुये बजरिया वार्ड क्रमांक 03 गु़रूद्वारा पहुंची। ज्ञात हो कि 02 दिसम्बर 1933 को महात्मा गांधी ने गुरूद्वारा की नींव स्वंय रखी थी। पदयात्रा इसके बाद आगे की प्रस्थान कर चमनचैक,घंटाघर,अंबेडकर चैक,कीर्ति स्तम्भ होते हुये वीरांगना रानी आवंती बाई की प्रतिमा स्थल पर पहुंची माल्यापर्ण के बाद इस चार दिवसीय पदयात्रा का समापन हुआ। ज्ञात हो कि मंत्री प्रहलाद पटेल के नेतृत्व में पदयात्रा के प्रथम चरण में 90 किलोमीटर की दूरी चार दिनों में तय की थी।

                            पदयात्रा का दूसरा चरण 05 अक्टूबर को जबेरा विधानसभा के ग्राम कुसमी मानगढ से प्रारंभ हुआ जिसमें ग्राम धनेटा तिराहा,गुबरा तिराहा,सिंग्रामपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा स्थल पर पदयात्रा पहुंची जहां माल्यापर्ण कर इसका समापन हुआ जिसमें 10 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर तय की गयी। 22 अक्टूबर को हटा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सगौनी से पुनःपदयात्रा का शुभारंभ हुआ जो कि ग्राम पटेरिया,मझगुंवा,धनगुंवा,कालाकोट,देवरी रतन,मोहास होते हुये ग्राम कुम्हारी पहुंची जहां समापन हुआ। इस पदयात्रा में 13.5 किलोमीटर की दूरी तय की गयी। दिनांक 23 अक्टूबर को बंडा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बरेठी से प्रारंभ हुई जो ग्राम ककरट तिराहा,गेर तिराहा,गूगरा,चंडी माता,जालमपुर,सेमरा रामचंद्र,जगथर,बिजरी होते हुये बंडा नगर पहुंची जहां इसका समापन हुआ जिसकी दूरी 19 किलोमीटर रही। 23 अक्टूबर को देवरी विधानसभा के ग्राम झिरिया खेडा पदयात्रा प्रारंभ हुई ग्राम सुना,डोभी सिमरिया,महाराजपुर,पनारी 13 किलोमीटर की दूरी तय करते हुये चैसठ योगिनी माता मंदिर पहंुची।
                            दिनांक 29 अक्टूबर को पथरिया विधानसभा के बटियागढ जनपद के ग्राम पंचायत बेलखेडी से पदयात्रा प्रारंभ हुई। ग्राम घूघस,कनौरा रामनगर से होकर 11 किलोमीटर की दूरी तय करते हुये पदयात्रा कलेही माता मंदिर पहुंची। इसी क्रम में 30 अक्टूबर को दमोह विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत राजा पटना से पदयात्रा प्रारंभ हुई। ग्राम अर्थखेडा,टौरी,सलैया,बजरंगगढ,कांकर,ईमलिया होकर 12 किलोमीटर की दूरी तय करते हुये पदयात्रा ग्राम खर्राघाट पहुंची। वहीं 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई जयंती पर दमोह विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बांसा तारखेडा से पदयात्रा का शुभारंभ हुआ। पदयात्रा ग्राम सिहोरा पडरिया,कौरांसा,बरबांसा होते हुये दमोह नगर में प्रवेश की जो कि सागर नाका,हिरदेपुर,घंटाघर होकर 11.5 किलोमीटर की दूरी तय करते हुये वीरांगना रानी आवंती बाई की प्रतिमा स्थल पर पहुंची जहां समापन किया गया। 

समापन पर साफ-सफाई-


दमोह सांसद एवं भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने पदयात्रा के दौरान लगातार साफ-सफाई स्वच्छता का संदेश ही नहीं दिया अपितु स्वयं घंटो इस कार्य को किया। पदयात्रा के समापन के अवसर पर स्थानीय तहसील ग्राउंड के विशाल परिसर में कई टंन कचरे को साफ करने के लिये जैसे ही वह अचानक मुडे कि देखते ही देखते साथ चल रहे लोगों ने हाथ बटना प्रारंभ कर दिया और घंटों में विशाल परिसर साफ हो गया ।


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रविवार, 13 अक्तूबर 2019


सडके खराब,मुआवजा,किसान कर्ज माफी,खजाना खाली और नगरीय निकाय चुनाव सामने

प्रदेश सरकार का चिंतन आगे कूंआ पीछे खाई करें तो क्या करें ?
डा.एल.एन.वैष्णव

भोपाल/09 Oct 2019 /इसे विडम्बना नही ंतो क्या कहेंगे कि चाह कर भी वह नहीं कर पाया रहे हैं जो करना है क्योंकि जो कार्य किया जाना है उसके लिये धन की आवश्यकता है और खजाना खाली है? चुनाव सिर पर हैं सडके खराब,अतिवृष्टि से फसलों की स्थिति खराब होने से किसानों की स्थिति दयनीय बनी हुई है तो फिर कर्मचारियों को वेतन के लिये वेतन देने के लिये भी जद्दोजहद करनी पड रही है? जी हां कुछ एैसी स्थिति इस समय मध्यप्रदेश सरकार की बनी हुई है। विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का सरकार बनते ही 10 दिनों में दो लाख रूपये तक किसानों का कर्जा माफ और बिजली बिल हाफ,कांग्रेस का कहना साफ का नारा गले की हड्डी बन चुका है। कर्ज माफी के मामले में कितना हुआ इस पर प्रश्न चिंन्ह आये दिन अंकित हो रहे हैं हालांकि प्रदेश सरकार किसानों की कर्ज माफी का प्रतिशत अपने दस्तावेजों में प्रस्तुत कर रही है। लेकिन जमीनी हकीकत को कौन नहीं जानता जिसकी चर्चा इस समय नगर की गलियों से लेकर गांव चैपालों में होती सुनी जा सकती है। इसी क्रम में अगर बिजली की बात करें तो कुछ इसी प्रकार का हाल होने से जमकर प्रश्न चिंह अंकित होने के साथ चर्चाओं का बाजार गर्म होने की बात सामने आती रहती है।

खराब सडकें,मुआवजा,कर्ज माफी और चुनाव-

मध्यप्रदेश सरकार की स्थिति इस समय आगे कुंआ पीछे खाई की बतलायी जा रही है वह चाह कर भी वह नहीं कर पा रही है जिससे स्थिति में सुधार हो। वहीं सामने नगरीय निकाय चुनाव हैं प्रदेश भर की सडकों के साथ ही नगरीय क्षेत्रों तक की स्थिति सडकों के मामलों दयनीय बनी हुई है? प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह नगर छिंदवाडा की स्थिति स्वयं उनसे एवं किसी से छिपी नहीं है? प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में बर्षा के बाद लगभग चार हजार किलोमीटर से अधिक सडकों की स्थिति दयनीय है। जबकि नगरीय क्षेत्रों की सडकों को अगर इसमें जोड दिया जाये तो आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या स्थिति होगी? अब अगर इनको ठीक कराने का कार्य किया जाये तो जानकार बतलाते हैं कि लगभग 44 करोड रूपये अकेले प्रदेश की राजधानी की सडकों को दुरूस्त कराने में लग जायेंगे तो फिर मध्यप्रदेश में कितना पैसा लगेगा आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं। सूत्रों की माने तो 60 प्रतिशत सडके राजधानी में दयनीय स्थिति में हैं। वहीं दूसरी ओर अनेक जगहों पर पुल पुलिया भी खराब स्थिति में हैं या फिर टूट चुके हैं। देखा जाये सडकों की स्थिति मंे मध्यप्रदेश सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है और जनता तरह तरह की बातें कर रही है। प्रदेश में आगामी कुछ ही महिनों में नगरीय निकाय चुनाव होना है सरकार की सडकों दयनीय स्थिति ने सरकार की नींदे उडा के रखी है। इस संबध मंे दीपक विजयवर्गीय, जो मुख्य प्रवक्ता, मप्र भाजपा के हैं का कहना है कि कमलनाथ सरकार सिर्फ बहानेबाजी कर रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग के पास सडकों के पैच वर्क के लिए भी पैसा नहीं है। कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़ रहे हैं। किसानों को मुआवजा और नई सडकें बनाने का दावा किया जा रहा है। प्रदेश की जनता को कांग्रेस सरकार बेवकूफ बना रही है। वहीं पीसी शर्मा, जनसंपर्क मंत्री का कहना है कि प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा कहते हैं कि राजधानी सहित प्रदेश की खराब सडकों जल्द दुरुस्त किया जाएगा। लेकिन सरकार पिछले 15 साल में जो खराब सडकें बनाई गई हैं, उनकी जांच कराएगी। देखा जाये तो सत्तारूढ दल और विपक्ष इस मामले में आमने सामने हैं जबकि मध्यप्रदेश सरकार के सामने चुनौतियों का अंबार लगा हुआ है? सडकों की खराब स्थिति से निपटने के साथ ही अति वृष्टि के कारण लगभग 40 एैसे जिले हैं जहां बाढ या बारिश ज्यादा होने से भारी नुकसान हुआ है। जून से सितंबर माह के मध्य हुई वर्षा से लगभग 60 लाख 47 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की 16 हजार 270 करोड़ रुपए की फसल प्रभावित होने से धरती पुत्र किसान परेशान हो गया है। वहीं शासकीय कर्मचारियों के वेतन को लेकर भी स्थिति चिंतनीय बतलायी जाती है इसी अक्टूबर माह के अंत में दीपावली का त्यौहार है और सरकार का खजाना कितना खाली है कितना भरा यह चर्चा का विषय बना हुआ है। देखा जाये तो मध्यप्रदेश सरकार के सामने चुनौतियों का एक बडा अंबार खडा हुआ दिखलायी दे रहा है वह किस प्रकार इस स्थिति से निपटती है यह तो वह ही जाने परन्तु आम जनमानस में खराब सडकें,मुआवजा,कर्ज माफी एवं बिजली को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म बना हुआ है?





 

बुधवार, 12 जून 2019

पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया सहित अनेक पर FIR

सड़क पर बाघों का झुण्ड

मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर मे आग लगी

बीजेपी का अघोषित बिजली कटौती को लेकर प्रदेश सरकार का विरोध चक्का जाम

अव्यस्थाओं की भेंट चढ़ा मुख्यमंत्री कन्या विवाह ,लगे आरोप चर्चाओं का बाजा...

गुरुवार, 9 मई 2019

कांग्रेस 70,सिंधिया 170 बर्षों का हिसाब दे, आखिर  दुर्दशा के लिये जिम्मेदार कौन -प्रहलाद सिंह पटेल

चंदेरी में सभा को संबोधित,गुना में रोड शो में हजारों की उपस्थिति 

Dr.L.N.Vaishnav


दमोह/गुना/09 मई 2019 / यह प्रथम अवसर है जब चुनाव में महंगाई एवं भ्रष्ट्राचार मुद्दा नहीं है यह मोदी सरकार की एक बडी उपलब्धि कही जा सकती है। जो भी सरकार चलती है उस पर आरोप लगता है कि उसने विकास नहीं किया लेकिन यह तीसरी बडी सफलता है मोदी सरकार की जिसमें विकास भी मुद्दा नहीं बना क्योंकि सरकार ने विकास के सारे कीर्तिमान स्थापित करने में अपनी महत्पूर्ण भूमिका निभाई। चैथी बात प्रत्येक चुनाव में किसान चुनाव मुद्दा होता था परन्तु इस संबध में भी विपक्ष चर्चा करने तैयार नहीं है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के नेता तथा पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री मणीपुर राज्य प्रभारी एवं दमोह सांसद प्रहलाद सिंह पटेल ने कही। उन्होने कहा कि किसानों की समस्याओं को खत्म करने में भारतीय जनता पार्टी सरकार ने महत्वपूर्ण भूमिका को निभाया है। श्री पटेल ने एक एक करके भारत सरकार तथा तत्कालीन प्रदेश सरकार की उपलब्ध्यिों को गिनाया। यह पहला चुनाव है लोकसभा का जहां विपक्षी विकास पर बहस करने तैयार नहीं है। उन्होने कहा कि जातिवाद की बात करने वालों को उसका करारा जबाब अवश्य मिलेगा जनता इसके लिये तैयार है। प्रहलाद पटेल जातिवाद का विरोधी रहा है और रहेगा। श्री पटेल ने कहा भाजपा जो कहती है करती है उदाहरण प्रस्तुत करते हुये कहा कि अटल जी ने जिन कामों की आधार शिला रखी उनका लोकापर्ण प्रधानमंत्री मोदी ने किया। बीच में जो भी प्रधानमंत्री हुये उन्होने विकास के कार्यो में अवरोध पैदा किया जबकि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह तय कि जब किसी कार्य का भूमिपूजन होगा तब लोकापर्ण की तिथि भी तय की गयी और इस पर अमल करते हुये देश मेें गत पांच बर्षो में विकास के अनेक कार्य हुये।

मांगा हिसाब कहा दुर्दषा के लिये जिम्मेदार कौन?

प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि कांग्रेस 70 बर्ष तो सिंधिया 170 बर्षों का हिसाब दे कि आखिर क्षेत्र की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है? श्री पटेल ने अपने तर्को के आधार पर उपस्थित विशाल जन समूह को जहां कांग्रेस की विफलताओं एवं जन के साथ किये गये छलों के बारे में बतलाया तो वहीं भारतीय जनता पार्टी की नीति रीति एवं सिद्धांतों के साथ ही वर्तमान केन्द्र सरकार एवं तत्कालीन प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुये उपस्थितों को चिंतन करने के लिये विवश कर दिया। प्रहलाद ंिसंह पटेल ने कहा कि केन्द्र में फिर से मोदी सरकार बनने जा रही है,क्षेत्र के विकास के लिये तथा प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिये भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में भारी मतदान कर प्रचण्ड मतों से उम्मीदवार केपी यादव को विजयी बनायें।
चंदेरी में सभा तो गुना में रोड शो-

प्रहलाद सिंह पटेल ने जहां चंदेरी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया तो वहीं दूसरी ओर गुना में रोड शो किया। सभा एवं रोड शो में उमडी विशाल भीड से जहां कार्यकर्ताओं में उर्जा का संचार होते देखा गया तो वहीं मतदाताओं में भाजपा के प्रति रूझान बढते देखा गया विपक्ष के नेताओं के चेहरों से उडती हवांईयां कुछ और कहानी कह रही थी। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के.पी.यादव,विधायक गोपी,नगर पालिका अध्यक्ष सलूजा,सुरेन्द्र शर्मा शिवपुरी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य,भूपेन्द्र द्विवेदी अध्यक्ष नगर परिषद ईसागढ,भानू रघुवंशी प्रदेश कार्य समीति सदस्य,आलोक तिवारी मंडल अध्यक्ष चंदेरी,रविन्द्र लोधी युवा मोर्चा अध्यक्ष,अनिल रघुवंशी अध्यक्ष किसान मोर्चा एवं धनपाल यादव अध्यक्ष पिछडा वर्ग प्रकोष्ठ के साथ हजारों की संख्या मंे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताआंें के साथ मतदाताओं की उपस्थिति रही।

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मंगलवार, 26 मार्च 2019

जनता के आशीष के कारण पार्टी ने मुझे फिर दिया सेवा करने का मौका - प्रहलाद सिंह पटेल

पत्रकार वार्ता में प्रदेश सरकार को घेरा कहा कानून व्यवस्था बिगडी 
दमोह /25 मार्च/ दमोह की जनता के आर्शीवाद के कारण जो यश मुझे मिला उसी कारण से पार्टी ने मुझ पर विश्वास किया है मै क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त करता हूं। साथ में प्रिंट इलेक्ट्रानिक एवं स्वतंत्र पत्रकारो का मै अपनी एवं पार्टी की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं। 5 वर्ष आप सबने मुझे जो सहयोग दिया उसके लिए धन्यवाद।भारतीय जनता पार्टी ने मुझे जो लोकसभा का पुनः प्रत्याशी बनाया इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह सहित समस्त पदाधिकारियों का अभार व्यक्त करता हूं। यह बात दमोह संसदीय क्षेत्र के सांसद प्रहलाद सिंह पटेल ने कही। श्री पटेल दमोह संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी द्वारा पुनः लोकसभा प्रत्याशी बनाये जाने के पश्चात् प्रथम पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि मुझे उम्मीदवार बनाये जाने के पीछे 3 प्रमुख कारण मै मानता हुं जिसमें दमोह की जनता का मेरे प्रति भरोसा, भारतीय जनता पार्टी का मेरे प्रति और मेरा पार्टी और जनता के प्रति भरोसा। यही वह तीन प्रमुख कारण है जिन्होने मेरी उम्मीदवारी को बल दिया।  अगर इनमें से कोई भी कम होता तो यह अवसर हमे नही मिलता। इसलिए हम तीनों के प्रति आभार व्यक्त करते है। सांसद श्री पटेल ने गत 5 वर्षो में संसदीय क्षेत्र के कराये गए विकास कार्यो की विस्तृत जानकारी प्रदान की तो वहीं आने वाले 5 सालों में वह क्या विशेष करेंगे इस बात को भी बतलाया। सांसद श्री पटेल ने पत्रकारों के प्रश्नो के उत्तर देते हुए कहा कि मेरा सोशल आडिट होना चाहिए साथ ही भी कहा कि प्रत्येक राजनैतिक दल के प्रत्याशी का भी सोशल आडिट होना चाहिए। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होने कहा की मेरा कार्य करने का तरीका एक दम भिन्न है धनबल, बाहुबल एवं जातिवाद का मै विरोधी रहा हूं और रहंूगा। मेरे द्वारा लिए गए फैसलो के आधार पर मेरे विरोधी इस बात को अपने तरीके से कह सकते है परन्तु मेरे द्वारा ऐसा कोई कार्य नही किया गया जिसके कारण क्षेत्र का नुकसान या बदनामी हुई हो। श्री पटेल ने कहा कि मै प्रेस के माध्यम से उन तथा कथित धनबल, बाहुबल एवं जातिगत राजनीति करने वालों को संदेश देना चाहता हूं कि मै एक मध्यम वर्गीय परिवार से हूं और 5 वर्षो में मुझे किसी से भी धनसंग्रह कर राजनीति करने की आवश्यकता नही पढी। एक भी उदाहरण इस संबंध में नही मिल सकता की मैने किसी ठेकेदार से चंदा लिया हो या फिर अधिकारियों के स्थानांतरण में धन का सहारा लिया हो। एक प्रश्न के उत्तर में श्री पटेल ने कहा कि वोट किसी की बपोति नही होती। जबेरा में मैने जो कहा वह वैसे ही परिणाम प्राप्त हुए। उन्होने कहा कि हटा में देवेन्द्र चैरसिया हत्याकांड दुखद और निंदनीय है और निष्पक्ष जांच के लिए उन्होने पुलिस को पत्र लिखा है। जिस प्रकार कुर्मी क्षत्रीय समाज ने मुझे ज्ञापन सौपा था वैसा चैरसिया समाज भी कर सकता था। मैने जांच में दोषी पाये जाने पर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की है। श्री पटेल ने कहा कि कुछ लोग जबरन भ्रम फैला रहे है जिले में अशांति के लिए गुनहगार कौन है सब जानते है। श्री पटेल ने बुंदेलखंड़ की एक कहावत ’’ऊंट की चोरी निहरे निहरे नही हो सकती’’ का भी उल्लेख किया। सांसद श्री पटेल ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि जिले का इतिहास गौरवशाली है, यहां बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होने कहा कि रूकमणी देवी की मूर्ति लाकर उसे पुनः स्थापित कराना मेरा लक्ष्य है, साथ ही बकायन की संगीत परंपरा का उल्लेख किया। बेलाताल के साफ सफाई और गहरीकरण में बिना शासकीय राशि का प्रयोग किए सिर्फ श्रमदान के आधार पर परिणाम सामने लाने का उल्लेख भी किया। उन्होने भारत तिब्बत सीमा वैपन्स ट्रेनिंग सेंटर के खुलने का भी उल्लेख किया साथ ही सांसद श्री पटेल ने कहा कि विकाश के कार्य भारतीय जनता पार्टी शासन काल में सर्वाधिक हुए है कांग्रेस ने तो इन पर सिर्फ रोक लगाने का कार्य किया है। उन्होने कहा कि संसदीय क्षेत्र के 5 रेलवे अंडरब्रिज जो कि स्वीकृत हो चुके थे उनको रोकने का कार्य से संबंधित पत्र मध्यप्रदेश की काग्रेस सरकार ने संबंधित विभाग को लिखे है। जिनको मे सार्वजनिक करने जा रहा हूं।
कानून व्यवस्था बिगडी, पुलिसिंग नाम की चीज जिले से नदारद - सांसद प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि जिले सहित प्रदेश की कानून व्यवस्था बुरी तरह बिगड चुकी है। इसके लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह अंकित करते हुए कहा कि अपराधों का ग्राफ निरंतर बढ रहा है। श्री पटेल ने कहा दमोह में पुलिसिंग नाम की कोई चीज दिखलाई नही देती। जिले में बढते अपराधों के लिए उन्होेने सीधे सीधे पुलिस को दोषी ठहराया। उन्होने कहा कि पुलिस अपने कर्तव्य को अगर सही तरीके से निभा रही होती तो अनेक गंभीर घटनाओं को रोका जा सकता था।

रविवार, 24 फ़रवरी 2019