मंगलवार, 21 जनवरी 2020

अल्पमत की सरकारों में  जन के कार्य कम व्यक्तिगत कार्य ज्यादा होते हैं -शंकर राय

 *रोड नहीं तो टोल नहीं के नारों  को लेकर धरने का चौथा दिन* भारतीय जनता पार्टी सहित विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठन भी समर्थन में आगे आए

(डॉ एल.एन. वैष्णव की रिपोर्ट )
 दमोह 21 जनवरी ( अल्पमत की सरकारों में जन के कार्य कम और व्यक्तिगत कार्य ज्यादा होते हैं और यह परिणाम देखने को मिल रहा है यह बात दमोह बस यूनियन के अध्यक्ष तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर राय ने कही । श्री राय स्थानीय मारुताल टोल नाके पर चार दिवस से चल रहे धरने मैं बोल रहे थे । उन्होंने कहा कि यह कोई व्यक्तिगत कार्य नहीं है जन की समस्या है सड़क मार्ग की स्थिति अति दयनीय है लगातार टूट-फूट होने के साथ ही वाहन समय पर अपने गंतव्य स्थान पर नहीं पहुंच पाते हैं और यात्रियों को भी काफी बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है फिर भी लगातार टोल की वसूली की जा रही है जो नियम विरुद्ध है और इसी बात का हम सब मिलकर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धरने का यह चौथा दिन है प्रशासन और संबंधित विभाग तथा शासन की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्यवाही ना होना चिंतन का विषय है। श्री राय ने कहा कि जब तक सड़क मार्ग के दुरुस्त होने का कार्य प्रारंभ नहीं होता हमारा यह धरना लगातार प्रारंभ रहेगा साथ ही यात्री किराए में 30% की कमी हम करेंगे ताकि यात्रियों पर अतिरिक्त भार न पड़े जब हम टोल नहीं दे रहे हैं तो फिर यात्रियों से अतिरिक्त किराया वसूलने का औचित्य ही नहीं है। उन्होंने मंच के माध्यम से अनेक गंभीर आरोप शासन प्रशासन पर लगाते हुए कहा कि सिर्फ वसूली का कार्य चल रहा है व्यक्तिगत कार्य हो रहे है तथा जन कल्याण के सारे कार्य ठप पड़े हुए हैं। श्री राय ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्षेत्र की ही बात कर ले तो ठेका और वसूली की बात सामने आ रही है रेत के ठेके का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा बस यूनियन का ठेका भी अब वह ले ले। श्री राय द्वारा अपने शब्दों के माध्यम से सीधा इशारा और प्रहार करने का प्रयास किया गया और लोग उनके इस तारीख को समझ भी गए । उन्होंने कहा कि धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा हम किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेंगे यह एक जन समस्या है और जब भारतीय जनता पार्टी तथा अन्य राजनीतिक दल एवं सामाजिक संगठन व्यापारी वर्ग हमारे साथ खड़ा हो रहा है तो ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है ।

 धरने का चौथा दिन-

 दमोह जबलपुर राज्य मार्ग पर मारुताल टोल नाके पर रोड नहीं तो टोल नहीं के नारे को लेकर लगातार चल रहे धरने का यह चौथा दिन है। ज्ञात हो कि सड़क निर्माण के समय से ही इसकी गुणवत्ता तथा निर्माण के मापदंडों पर अंकित होते रहे हैं और लगातार धरना प्रदर्शन ज्ञापन ओं का दौर भी चलता रहा दूसरी ओर टोल टैक्स लेना लगातार जारी रहा। अनगिनत गड्ढों में तब्दील हुई सड़क पर लगातार टोल टैक्स लेने का विरोध करने के लिए कुछ माह पूर्व कटंगी टोल नाके पर धरना प्रदर्शन चला था और अब दमोह के मरुस्थल स्थित टोल नाके पर धरना प्रदर्शन चल रहा है। चार दिवस बीत जाने के बाद भी एमपीआरडीसी जिला प्रशासन संबंधित विभाग तथा जिनके पास टोल नाके का का ठेका है किसी के द्वारा ना तो संपर्क किया गया और ना ही कोई कार्यवाही प्रारंभ की गई जिससे स्थिति लगातार बिगड़ती नजर आ रही है।

 बड़े आंदोलन को तैयार-

 रोड नहीं तो टोल नहीं के नारे को लेकर चल रहे धरना प्रदर्शन में इस बात के संकेत मिलना प्रारंभ हो गए हैं अब यह है आंदोलन कोई बड़ा रूप लेने जा रहा है। विभिन्न राजनीतिक दलों सामाजिक संगठनों के मिलते अपार  समर्थन और वक्ताओं के विचार इसी बात की ओर इशारा कर रहे है ।

 किसने क्या कहा-

 भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष देव नारायण श्रीवास्तव ने कहा कि यह जन समस्या है और  इसका निराकरण शीघ्र होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी साथ में हैं यह राजनीतिक विषय नहीं है भारतीय जनता पार्टी जनता के हित के लिए लगातार कार्य करती रही है और करती रहेगी। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा यह बात सच है कि  निर्माण के समय से ही सड़क पर प्रश्न चिन्ह अंकित होती रहे हैं इसके लिए आंदोलन भी किए गए परंतु परिणाम सकारात्मक नहीं  निकले और अब अगर कार्य नहीं होता है तो हम सब बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी के नेता सिद्धार्थ मलैया ने कहा कि हम जन के लिए आंदोलन को बड़ा रूप देने के लिए तैयार  है।  जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी ने  एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यह बात सच है की दमोह और जबलपुर के मध्य का जो क्षेत्र है वहां का में विधायक हू और समस्याओं के बारे में भली-भांति  अवगत हूं। उन्होंने  कहा कि अगर समय पर सड़क दुरुस्त नहीं होती है तो पूरे क्षेत्र में चक्का जाम तथा धरने प्रदर्शन करने  के लिए हम सब तैयार हैं। समाजसेवी राजा राय ने कहा कि हमें जो अपार जनसमर्थन विभिन्न राजनीतिक दल तथा सामाजिक संगठनों का मिल रहा है उससे  हमारा हौसला बढ़ रहा है और यह सिद्ध हो रहा है कि हमने जो आवाज जनता की उठाई है वह एकदम सही है जब तक  परिणाम सकारात्मक नहीं आता है हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। बस यूनियन के पदाधिकारी समीम कुरेशी ने बताया कि लगातार जन की समस्या को लेकर हम सब संघर्ष कर रहे हैं हम सभी का धन्यवाद देते हैं की  जनता की समस्या को दूर करने में सक्रिय भूमिका का सभी निर्वाहन कर रहे हैं । कपिल सोनी ने कहा की यह आंदोलन  जनता  की आवाज बन चुका है और जब जनता जो कुछ ठान लेती है वह पूरा करके  छोड़ती है।
 

सोमवार, 13 जनवरी 2020


किसी में भी यह हिम्मत नहीं कि कानून का विरोध कर सके-प्रहलाद सिंह पटेल

नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में हजारोें सडकों पर उतरे

डा.एल.एन.वैष्णव

दमोह 13 जनवरी/नागरिकता संशोधन अधिनियम के मामले में कुछ तथाकथित राजनैतिक दलों एवं लोगों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है जबकि इसमें किसी की भी नागरिकता छीनने का अधिकार नहीं है यह बात दमोह संसदीय क्षेत्र के सांसद तथा भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कही। श्री पटेल स्थानीय तहसील ग्राउंड के विशाल परिसर में उपस्थित हजारों लोगों को संबोधित कर रहे थे। ज्ञात हो कि नागरिक अधिकार मंच द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए का समर्थन करने के लिये एक विशाल जनसभा एवं रैली का आयोजन किया गया था। श्री पटेल ने कहा कि 1955 मेें यह अधिनियम बना था भारत सरकार ने तो इसमें संशोधन किया है पूर्व में 11 बर्ष तक लगातार रहने वालों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान था अब इसको घटाकर 5 बर्ष कर दिया गया है। उन्होने कहा कि भारत का बटवारा धार्मिक आधार पर हुआ था और पाकिस्तान बना जबकि भारत पूर्णतःधर्म निरपेक्ष देश है यहां पर सभी को अपनी- अपनी उपासना पद्धति के अनुसार रहने के अधिकार दिये हुये है। 1947 में महात्मा गांधी ने जो कहा था उसका पालन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उन्होने महात्मा गांधी की बात को अमली जामा पहना दिया तो क्या गलत किया है। श्री पटेल ने इस बात का उल्लेख करते हुये कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दु अल्पसंख्यक यहां आ सकते हैं उनके रहने और नागरिकता,रोजगार की व्यवस्था करने के लिये भारत सरकार को तैयार रहना चाहिये। अगर इसी बात को पूरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिया तो इसमें कांग्रेस को विरोध क्यों करना चाहिये। नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करना महात्मा गांधी का अपमान है। श्री पटेल ने कहा कि स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में इस विषय को उठाते हुये तत्कालीन प्रधानमंत्री पं.अटल बिहारी बाजपेयी एवं गृहमंत्री लालकृष्ण अडवाणी से नागरिकता संशोधन अधिनियम की मांग की थी।

विरोधियों से प्रश्न-
उन्होने कहा कि विरोध करने वाले यह क्यों नहीं बताते कि बटवारे के समय पाकिस्तान में 23 प्रतिशत अल्पसंख्यक( हिन्दु,बौद्ध,सिक्ख,पारसी,ईसाई आदि थे ) जिनकी संख्या वर्तमान में घटकर आखिर 3.7 प्रतिशत कैसे रह गयी। वहीं बंगलादेश में 22 प्रति.से 7.8 प्रति.कैसे रह गयी। जबकि भारत में मुस्लिम देश के बटवारे के समय 9.8 था जो अब 14 प्रति.से ज्यादा है भारत में किसी भी धर्म के लोगों को प्रताडित नहीं किया जाता है। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर भ्रम फैलाने वालों से मेरा प्रश्न है कि बटवारे के बाद वहां के अल्पसंख्यकों को क्या आसमान खा गया या जमीन निगल गयी इस बात का जबाब दें। उन्होने कहा कि यहां पर या तो अल्प संख्यकों को मार दिया गया या फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। श्री पटेल ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को भ्रमित कर रहे हैं वह उनके हितेषी नहीं है वह उनको बरगला के डराके मुख्य धारा में आने से रोकने वाले है। एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं अन्य कांग्रेस शासित के मुख्यमंत्रियों का अधिनियम का विरोध करना संवैधानिक नहीं है वह तो अपनी अपनी रोटियां सेंक रहे हैं।

मुसलमानों को भी नागरिकता देने का प्रावधान और दी भी है-
पूर्व वित्त मंत्री जयंत कुमार मलैया ने कहा कि श्री मलैया ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत के इस अधिनियम में किसी की नागरिकता को छीनने नहीं अपितु देने का प्रावधान है। उन्होने कहा कि शरणार्थियों एवं घुस पैठियों में फर्क है। श्री मलैया ने कहा कि पूरे अधिनियम में एक जगह भी मुसलमानों के विरोध की बात हो ढूंड कर बतायें सिर्फ कोरा भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार में पिछले 05 बर्षो मंे 566 मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी गयी है।अदनाम सामी जैसे अनेक लोग भारत में नागरिकता मिलने पर गौरव का अनुभव कर रहे हैं।हमने माना,तुमने माना कानून बन गया सीएए-
नगर के प्रमुख मार्गो से होकर एक विशाल रैली आयोजन स्थल से होकर निकाली गयी जो लगभग 3 किलोमीटर तय करते हुये वापिस पहुंची। सम्पूर्ण मार्ग में वंदे मातरम एवं भारत माता के जयकारे लगते रहे। वहीं प्रहलाद पटेल एक अलग ही रूप में नजर आये जो नेत्त्व करते हुये जमकर नारे लगा एवं लगवा रहे थे। हमने माना तुमने माना,सीएए कानून बन गया सीएए, कानून की रक्षा कौन करेगा? हम करेंगे हम करेंगे जहां बलिदान हुये मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है के नारों से प्रहलाद पटेल एवं साथ चल रहे लोगो ंने गलियों को गुंजायमान कर दियां। इस अवसर पर सिक्ख,ईसाई,मुस्लिम,हिन्दु,भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी,कार्यकर्ता,विभिन्न सामाजिक,धार्मिक संगठनों के हजारों राष्ट्रभक्तों की उपस्थिति रह







शुक्रवार, 3 जनवरी 2020

नागरिकता छीनने नहीं अपितु देने वाला अधिनियम-जयंत मलैया


नागरिकता छीनने नहीं अपितु देने वाला अधिनियम-जयंत मलैया

भ्रम दूर करने भाजपा का पन्द्रह दिवसीय कार्यक्रम

डा.एल.एन.वैष्णव

दमोह 03 जनवरी/ भारतीय जनता पार्टी अब सडको से लेकर खेतों और खलिहानों के साथ उन सभी लोगों के मध्य पहुंचेगी और भ्रम को दूर करने का प्रयास करेगी जिसको लेकर कुछ लोग भ्रमित हैं यह बात मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री जयंत कुमार मलैया ने कही। श्री मलैया स्थानीय भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होने जहां नागरिकता 
संशोधन अधिनियम के संबध में भारत सरकार,भारतीय जनता पार्टी का पक्ष रखा तो वहीं पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये। श्री मलैया ने कहा कि यह अधिनियम किसी की नागरिकता छिनने के लिये नहीं अपितु देने वाला है। 1955 मेें यह अधिनियम बना था भारत सरकार ने तो इसमें संशोधन किया है पूर्व में 11 बर्ष तक लगातार रहने वालों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान था अब इसको घटाकर 5 बर्ष कर दिया गया है। उन्होने कहा कि भारत का बटवारा धार्मिक आधार पर हुआ था और पाकिस्तान बना जबकि भारत पूर्णतःधर्म निरपेक्ष देश है यहां पर सभी को अपनी- अपनी उपासना पद्धति के अनुसार रहने के अधिकार दिये हुये है। श्री मलैया ने कहा कि 1947 में महात्मा गांधी ने जो कहा था उसका पालन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उन्होने महात्मा गांधी की बात को अमली जामा पहना दिया तो क्या गलत किया है। श्री मलैया ने इस बात का उल्लेख करते हुये कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दु अल्पसंख्यक यहां आ सकते हैं उनके रहने और नागरिकता,रोजगार की व्यवस्था करने के लिये भारत सरकार को तैयार रहना चाहिये। अगर इसी बात को पूरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिया तो इसमें कांग्रेस को विरोध क्यों करना चाहिये। नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करना महात्मा गांधी का अपमान है।

विरोधियों से प्रेस के माध्यम से प्रश्न-

उन्होने कहा कि विरोध करने वाले यह क्यों नहीं बताते कि बटवारे के समय पाकिस्तान में 23 प्रतिशत अल्पसंख्यक( हिन्दु,बौद्ध,सिक्ख,पारसी,ईसाई आदि थे ) जिनकी संख्या वर्तमान में घटकर आखिर 3.7 प्रतिशत कैसे रह गयी। वहीं बंगलादेश में 22 प्रति.से 7.8 प्रति.कैसे रह गयी। जबकि भारत में मुस्लिम देश के बटवारे के समय 9.8 था जो अब 14 प्रति.से ज्यादा है भारत में किसी भी धर्म के लोगों को प्रताडित नहीं किया जाता है। श्री मलैया ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर भ्रम फैलाने वालों से मेरा प्रश्न है कि बटवारे के बाद वहां के अल्पसंख्यकों को क्या आसमान खा गया या जमीन निगल गयी इस बात का जबाब दें। उन्होने कहा कि यहां पर या तो अल्प संख्यकों को मार दिया गया या फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। श्री मलैया ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को भ्रमित कर रहे हैं वह उनके हितेषी नहीं है वह उनको बरगला के डराके मुख्य धारा में आने से रोकने वाले है। एक प्रश्न के उत्तर में श्री मलैया ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं अन्य कांग्रेस शासित के मुख्यमंत्रियों का अधिनियम का विरोध करना संवैधानिक नहीं है वह तो अपनी अपनी रोटियां सेंक रहे हैं।

मुसलमानों को भी नागरिकता देने का प्रावधान और दी भी है-

श्री मलैया ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत के इस अधिनियम में किसी की नागरिकता को छीनने नहीं अपितु देने का प्रावधान है। उन्होने कहा कि शरणार्थियों एवं घुस पैठियों में फर्क है। श्री मलैया ने कहा कि पूरे अधिनियम में एक जगह भी मुसलमानों के विरोध की बात हो ढूंड कर बतायें सिर्फ कोरा भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार में पिछले 05 बर्षो मंे 566 मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी गयी है।अदनाम सामी जैसे अनेक लोग भारत में नागरिकता मिलने पर गौरव का अनुभव कर रहे हैं।

भ्रम दूर करने भाजपा का अभियान-

जिला महामंत्री रमनखत्री ने बतलाया कि आगामी 05 जनवरी से लेकर 20 जनवरी 2020 तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से जनजन तक नागरिकता संशोधन अधिनियम की वास्तविकता बताने के लिये आयोजन किये जायंेंगंे। जिसमें समस्त वर्ग,समुदाय,समाजसेवी राष्ट्रभक्तों की उपस्थिति रहेगी। वहीं उन लोगों का भी पर्दाफाश किया जायेगा जिन्होने अधिनियम को लेकर लोगों को भ्रमित किया। इस अवसर पर नपा अध्यक्ष मालती असाटी,नगर अध्यक्ष द्धय मनीष तिवारी,सतू लाल रोहित,बीडी बाबरा सहित भाजपा के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।