गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

नव विवाहिता ने बच्चे सहित किया अग्नि स्नान,दोनो मृत

दमोह 06 फरवरी/ नव विवाहिता ने अपने दुध मुंहे बच्चे को गोदी में बैठाकर अग्नि स्नान कर अपनी ईहलीला को समाप्त कर लिया। जिले के पथरिया विधानसभा क्षेत्र के फुटेरा ग्राम पंचायत के समीप ग्राम शहनाई पिपरिया में खेत बने एक झोपडी नूमा मकान में घटी उक्त घटना ने सभी के दिल को झकझोर कर रख दिया। आज 06 फरवरी गुरूवार की रात्रि लगभग साढे आठ बजे 26 बर्षीय महिला पति नबाब लोधी ने अपने उपर मिटटी का तेल डालकर बच्चे को गोदी में बिठाकर आग लगा ली। घटना स्थल पर ही दोनो की मौत हो गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार खेत प्रमोद राय बस वालोें का बतलाया जाता है जिसको ठेके पर नबाब लोधी लिये था और खेत में ही बने झोपडीनूमा मकान में रहकर खेती और रखवाली करता था। पुलिस एवं संबधित विभाग को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और जांच प्रारंभ कर दी है।

रविवार, 2 फ़रवरी 2020

पुलिस को आधुनिकता का पाठ पढाने की तैयारी में विभाग

अनफिटों को फिट करने की योजना पर भी नजर

डा.एल.एन.वैष्णव
भोपाल/ मध्यप्रदेश के जवानो को आधुनिकता का पाठ पढाते हुये उन्हे वर्तमान तकनीक उपयोग करने के लिये तैयार करने की योजना पर कार्य चल रहा है। विभागीय सूत्रों की माने तो शीघ्र ही प्रशिक्षण देने वाले अधिकारी जवानों के लिये आधुनिक विषयों से संबधित कोर्स को अंतिम रूप दे चुके हैं। ज्ञात हो कि प्राचीन पद्धति के चलते अनेक प्रकार की परेशानियां वर्तमान परिवेश में आने की जानकारी मिलती रहती है और जिसके चलते पुलिस को अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पडता है। जबकि देश डिजिटल इंडिया के क्षेत्र में काफी आगे निकल चुका है एैसे समय में पुलिस को आधुनिक होने की अति आवश्यकता महसूस की जा रही थी। सूत्रों की माने तो पुलिस के प्रशिक्षण कोर्स में लगभग चार दर्जन के करीब कोर्स आधुनिकता के जोडने की तैयारी हो चुकी है। संबधित विभाग के अधिकारियों का मानना है कि वर्तमान परिवेश में जवान पुराने केशों का अध्यन करते हुये हाल में घटित होने वाले अपराधों की समीक्षा और तैयारी करते हुये अपने आपको तैयार कर सकें। जानकारो की माने तो पुलिस अपने प्रशिक्षण कोर्स में एक बडा बदलाव करने जा रही है। इसके पीछे का एक कारण यह भी है कि अपराध जगत से जुडे लोग आधुनिक तकनीकों का बडे पैमाने पर इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि पुलिस अपने नियम कायदों के अनुसार प्राचीन पद्धति पर अटकी हुई है। पुलिस हेडक्वाटर लगातार इस दिशा में कार्य को आगे बढाने पर विचार कर रहा था अगर सब कुछ ठीक रहा तो आधुकिता की दौड में प्रदेश की पुलिस के जवान भी होंगें।

कहां किसको मिलेगी सहायता-

विभाग के जानकारों की माने तो अनुविभागीय पुलिस अधिकारी अर्थात् डीएसपी निरीक्षक,उप निरीक्षकों को आधुनिकता से जुडे रहने तथा जानकारी देने के उद्ेश्य को लेकर समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता रहता है। परन्तु लगातार होते कानूनों में परिवर्तनों से परिचित कराने में परेशानी होने लगी है इसलिये नये कोर्स प्रारंभ करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। सूत्रों की माने तो इससे पुलिस के जवानों को अनेक प्रकार की सहायता किसी भी अपराध की जांच करते समय मिलेगी। और वह वर्तमान परिवेश के हिसाब से अपने आपको ढाल भी सकेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के 7 पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रो में एक साथ लगभग 6,850 पुलिस के जवानों को एक साथ प्रशिक्षित किये जाने की क्षमता है। बात करें इंदौर एवं भौरी की तो यहां के प्रशिक्षण केन्द्रों मेें डीएसपी एवं उप निरीक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाता है जहां लगभग पांच सैकडा प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया जाता है।

कहां है प्रशिक्षण केन्द्र-

मध्यप्रदेश पुलिस के जवानों को विशेष प्रशिक्षण देने के लिये एमपी पुलिस अकादमी भौरी
आरएपीटीसी, इंदौर वही सामान्य प्रशिक्षण केन्द्रों में पीटीसी इंदौर, पीटीसी पचमढ़ी,पीटीसी रीवा, पीटीसी उमरिया,पीटीसी ग्वालियर,पीटीसी उज्जैन,पीटीसी सागर है।

अनफिटों पर भी नजर-

प्राप्त जानकारी के अनुसार संबधित विभाग के बरिष्ठ अधिकारियों की नजर अनफिटों पर भी बनी हुई है इनमें तोंद वाले अधिकारी,जवान खासकर है। जानकारों की माने तो इनकी संख्या लगातार बढ रही है वहीं अनेक प्रकार की बीमारियों के साथ ही तनाव मुक्ति की दिशा में कार्य प्रारंभ होने की सूचना है।

......................................................................00000000.......................................................................