रविवार, 13 नवंबर 2022



धर्मांतरण का बड़ा मामला आया सामने 10 लोगों पर एफआई आर दर्ज

 (दमोह से डॉक्टर एलएन वैष्णव की रिपोर्ट)




दमोह /13 नवंबर/मध्य प्रदेश के दमोह में धर्मांतरण को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। यह खुलासा उस समय हुआ जब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के अध्यक्ष प्रियांक कानून को अपनी एक दिवसीय प्रवास पर दमोह पहुंचे। 13 नवंबर रविवार को दोपहर के बाद दमोह पहुंचे कानूनगो ने आकस्मिक निरीक्षण उन स्थानों पर किया जहां बच्चों को रखा जाता है। तीन स्थानों पर भारी अनियमितता और धर्मांतरण से जुड़े मामला सामने आया है। एक जगह तो आरोपियों ने प्रियंक कानूनगो एवं अधिकारियों को संस्था में प्रवेश करने से ही रोकने का भारी प्रयास किया। दरवाजे गेट बंद कर दिए गए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह के निर्देश पर पुलिस ने मोर्चा संभाला तब कहीं राष्ट्रीय आयोग एवं मध्य प्रदेश के अध्यक्ष दोनों संस्था में प्रवेश कर पाए। जांच के दौरान जहां डिंडोरी से लाए गए एक बालक को पादरी बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा था तो वही 45 बच्चे से अधिक ऐसे मिले जिनका कोई पंजीयन नहीं था सभी हिंदू धर्म के थे और एक मुस्लिम धर्म का था। संस्था का पंजीयन नहीं पाया गया और तीनों जगह भारी अनियमितता पाई गई। महत्वपूर्ण बिंदु यह भी सामने आया कि जिला मुख्यालय पर जिस विभाग के अधिकारियों के ऊपर कार्यवाही करने के जवाबदारी है वह मौन दिखलाई दिए इस पर प्रयांक कानूनगो ने जमकर फटकार भी लगाई। दमोह देहात थाना मैं उक्त मामले को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो की शिकायत पर विवर्त लाल, ऑडी लाल, श्रीमती शीला लाल, मंजुला बर्ननिवास, विवेक लाल, जे के हेनरी, अरनिसट, ईजिला लाल एवं अजय लाल के विरुद्ध आईपीसी की धारा 370 किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण )अधिनियम 2015 की धारा 42 और 75, मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश 2020 की धारा तीन एवं 5 के तहत प्रकरण दर्ज कराया गया है। मामले को लेकर हड़कंप मचा हुआ है पुलिस ने प्रकरण की जांच प्रारंभ कर दी है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें