बुधवार, 26 अगस्त 2020


10 दिन तक निजि क्लिीनिकों में नहीं होगा सर्दी,खांसी, बुखार का ईलाज

 कोविड 19 को पराजित करने प्राईवेट मेडीकल प्रेक्टिशनरों का संकल्प

दमोह// कोविड 19 को पराजित करने के लिये प्राईवेट मेडीकल प्रेक्टिशनर अब संकल्प के साथ मैदान में उतरकर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करने जा रहे हैं। दमोह कलेक्टर तरूण राठी के निर्देश पर स्थानीय नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर में एक वृहद बैठक/प्रशिक्षण के दौरान जहां मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.तुलसा ठाकुर ने संबोधित किया तो वहीं दूसरी ओर डा.के.के.अठया ने आयोजन के प्रयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। ज्ञात हो कि कोरोना कोविड 19 महामारी के रूप में पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिये हुये है भारत में लगातार इसको पराजित करने के लिये प्रयास चल रहे हैं। जिले में बढते कोरोना केाविड 19 के मरीजांे की संख्या पर अंकुश लगाने के लिये लगातार कलेक्टर तरूण राठी के निर्देश पर कार्य चल रहा है और स्वास्थ्य विभाग सहित कोरोना योद्धा मैदान में लगे हुये हैं। 

अभियान -

कोरोना कोविड 19 को पराजित करने के लिये एक अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है जिसके तहत पूरे जिले भर में 25 अगस्त से 05 सितम्बर तक निजि क्लीनिक,नर्सिंग होम्स में सर्दी,खांसी,बुखार के कोई भी मरीज का ईलाज नहीं किया जायेगा। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग ने अलग से व्यवस्था कर रखी है फीवर क्लीनिक इसके लिये बनाये गये हैं तथा यहीं उक्त मरीजों की जांच एवं ईलाज किये गये है। दमोह कलेक्टर तरूण राठी के निर्देश पर प्राईवेट मेडीकल प्रेक्टिशनरों की बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये गये कि कोई भी निजि चिकित्सक आगामी 10 दिनों तक सर्दी,खांसी,बुखार के मरीज को नहीं देखेगा वह एैसे मरीजों को फीवर क्लीनिक भेजेगा। जानकारों की माने तो अगर निर्धारित समय तक उक्त अभियान को चलाया जाये तो कोरोना कोविड 19 पर अंकुश लगाया जा सकता है। निर्देशों का पालन नहीं करने पर कार्यवाही भी की जा सकती है।

सजगता,सर्तकता,सहयोग के साथ आगे आयें-

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.तुलसा ठाकुर ने कहा कि सजगता,सर्तकता,सहयोग के साथ हम सब एक अभियान को आगे बढायें कोरोना कोविड 19 को पराजित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाहन करें।  उन्होने उपस्थित प्राईवेट मेडीकल प्रेक्टिशनरो को संबोधित करते हुये कहा कि 10 दिन तक किसी भी सर्दी,खांसी,बुखार के मरीज को नहीं देखना है उन्हे फीवर क्लीनिक भेजना है। उन्होने चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि जन की लापरवाही भी सामने आ रही है बिना मास्क,भीड एकत्रित करना,निर्दंेशों का पालन नहीं करना जिसका परिणाम सामने आ रहा है और स्वास्थ्य विभाग के लिये लगातार चुनौति बन रहा है। डा.तुलसा ठाकुर ने कहा कि बिना लक्षण के कोरोना पाजिटिव आना भी बडी चुनौति बन रहा है। उन्होने क्या करें क्या न करें,किस प्रकार सहयोग करें और आगे आयें विस्तार से जानकारी देते हुये शासन प्रशासन की मंशा का सामने रखा। साथ ही जिले में कोरोना कोविड 19 को समाप्त करने के लिये किये जा रहे कार्यों को विस्तार से रखा।

बचें और बचायें के साथ आगे आयें-

डा.के.के.अठया ने कहा कि हम सभी चिकित्सक एक ही हैं हम शासकीय आप निजि हैं परन्तु उद्ेश्य और कर्म एक ही है इसके लिये स्वयं बचें और औरों को बचायें। वर्तमान में मौसमी बुखार जमकर फैल रहा है और साथ में कोरोना कोविड 19 दोनो के लक्षणों में समानता रहती है और छोटी सी चूक बडी समस्या बन जाती है। उन्होने उपस्थितों को संबोधित करते हुये कहा कि वर्तमान में हमारे उपर एक बडी जिम्मेदारी है इस महामारी को पराजित करने की हम सभी मिलकर इसको पराजित कर सकते हैं। उपस्थित चिकित्सकों को डा.रीता चटर्जी,डा.राकेश राय,डा.रघुनंदन चिले , डॉ एल,एन वैष्णव ने भी संबोधित करते हुये सहयोग की अपेक्षा की।

चर्चा,प्रश्नोत्तर और समाधान-


प्राईवेट मेडीकल प्रेक्टिशनरों की उक्त बैठक/प्रशिक्षण के दौरान जहां वक्ताओं ने आयोजन के प्रयोजन की जानकारी दी तो वहीं दूसरी और प्रशिक्षणाथर््िायों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये। साथ ही अनेक विषयों को लेकर कलेक्टर तरूण राठी से चर्चा उपरांत समाधान करने की बात भी कही। इस अवसर पर उपस्थित सभी ने कोरोना कोविड 19 को पराजित करने संकल्प/शपथ भी ली। कार्यक्रम का संचालन दीपक जैन ने किया तो आभार डा.के.के.अठया ने व्यक्त किया।

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